मंथन डेस्क
PATNA:सुप्रीम कोर्ट में पांच नए जजों चीफ जस्टिस पंकज मित्तल,न्यायमूर्ति संजय करोल,न्यायमूर्ति पी वी संजय कुमार,न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा ने आज शपथ ले ली है.चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने इन पांचों जजों को शपथ दिलायी.शपथ लेने वालों में पटना हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह भी शामिल हैं.
कौन हैं न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह?
पटना हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति अमानुल्लाह चौथे न्यायाधीश हैं, जिन्हें शीर्ष अदालत में नियुक्त किया गया है. उनका जन्म 11 मई, 1963 को हुआ. उन्होंने 27 सितंबर, 1991 को बिहार स्टेट बार काउंसिल में पंजीकरण कराया और मार्च 2006 से अगस्त 2010 तक राज्य सरकार के स्थायी वकील रहे. वो पटना हाई कोर्ट में एक सरकारी वकील थे. उसी अदालत में 20 जून, 2011 को न्यायाधीश के रूप में उनकी पदोन्नति हुई. उन्हें 10 अक्टूबर, 2021 को आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट में और 20 जून 2022 को पटना हाई कोर्ट में वापस स्थानांतरित कर दिया गया था.
बिहार के प्रसिद्ध घराने से है ताल्लुक़
अहसानुद्दीन अमानुल्लाह का जन्म 11 मई, 1963 को हुआ था. इनका ताल्लुक़ बिहार के प्रसिद्ध घराने से है.उनके पिता का नाम नेहालुद्दीन अमानुल्लाह और मां का नाम इशरती अमानुल्लाह था. उन्होंने स्नातक की डिग्री रसायन शास्त्र में आनर्स के साथ ली.पटना लॉ कालेज, से उन्होंने लॉ की डिग्री ली. 27 सितम्बर,1991 में कानून की प्रैक्टिस के लिए बिहार राज्य बार कॉउन्सिल में इनरोल हुए. उन्होंने पटना हाईकोर्ट में मुख्य रूप से प्रैक्टिस की. इसके अलावा दिल्ली हाईकोर्ट, झारखंड हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में भी प्रैक्टिस की.जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह ने संवैधानिक, सिविल, क्रिमिनल, टैक्स, लेबर और अन्य कई मामलों में वकालत की. उन्होंने स्टैंडिंग कोंसिल के रूप बिहार सरकार का पक्ष पटना हाईकोर्ट में रखा. पटना हाईकोर्ट के जज के रूप में उन्होंने जून, 2011 में शपथ ग्रहण किया. उसके बाद वे आंध्र प्रदेश में जज के रूप स्थानांतरित होने तक पटना हाईकोर्ट में जज के पद पर कार्य किया.
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