पटना/कमला कान्त पांडेय
छात्रों के आह्वान पर बुलाए गए बिहार बंद की तस्वीरें राज्य के अलग-अलग हिस्से से सामने आने लगी हैं.पटना जंक्शन,राजेंद्र नगर टर्मिनल,पटना सिटी स्टेशन, गया जंक्शन, नवादा, नालंदा, समस्तीपुर, बेगूसराय, मुजफ्फरपुर, वैशाली, बक्सर, आरा, छपरा, दरभंगा समेत अन्य जिलों से मिल रही खबरों के मुताबिक बंद समर्थक छात्रों के साथ-साथ विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता-कार्यकर्ता बिहार बंद को सफल बनाने के लिए सड़कों पर उतरे हुए हैं.अब तक पूरे राज्य में शांतिपूर्ण बंद कराया जा रहा है.कहीं से किसी हिंसक झड़प की खबरें फिलहाल नहीं आई है.बंद असरदार दिख रहा है.खान सर की अपील को बंद समर्थकों ने ख़ारिज कर दिया है.खान सर ने छात्रों से बंद में शामिल नहीं होने की अपील की थी.
छात्रों का बंद सुबह- सवेरे राजद के नेता और कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर बंद को सफल बनाने में जुट गए.. भारतीय रेल में एनटीपीसी और आरआरबी की बहाली को लेकर छात्रों ने जो आंदोलन शुरू किया था उस कड़ी में आज का बिहार बंद बेहद खास है. हालांकि बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी और भाजपा की तरफ से यह दावा किया गया कि छात्रों की मांग मान ली गई है. ऐसे में छात्रों के बीच लोकप्रिय खान सर ने भी आज के बंद से छात्रों को दूर रहने की अपील की.मगर छात्रों पर इसका असर नहीं पड़ा.आइसा से लेकर सभी छात्र संगठन सड़क पर दिखे.
मालूम हो कि आधी रात को खान सर अपने यूट्यूब चैनल के जरिए लाइव आए और उन्होंने शुक्रवार यानी आज किसी तरह के आंदोलन और प्रदर्शन में छात्रों को शामिल नहीं होने की अपील की. खान सर ने कहा कि ऐसा करना गलत साबित होगा क्योंकि रेलवे ने उनकी मांगों को मान लिया है. दरअसल RRB-NTPC परीक्षा को लेकर छात्रों के पूरे बिहार में आंदोलन-प्रदर्शन और हंगामे के बाद पटना के बहुचर्चित खान सर के खिलाफ पटना पुलिस ने केस दर्ज किया था. पटना की पत्रकार नगर थाना पुलिस ने खान सर के खिलाफ 14 धाराओं में केस दर्ज किया है. उसके बाद से खान सर अंडरग्राउंड बताये जा रहे थे. गुरूवार की देर रात खान सर अपने यूट्यूब चैनल के जरिये लोगों के सामने आये. उन्होंने छात्रों से कहा- वह किसी बहकाबे में नहीं आयें और 28 जनवरी को किसी तरह की उत्पात न करें.
उन्होंने कहा कि बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने बताया है कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी सहमत हैं कि वे 20 गुणा रिजल्ट देंगे. एक छात्र एक रिजल्ट की नीति पर वह सहमत हैं. यानि साढ़े तीन लाख अभ्यर्थियों को और पास किया जायेगा. उधर छात्रों की तरफ से बुलाए गए बिहार बंद का विपक्षी दलों के साथ-साथ सत्ता पक्ष के भी कई दलों ने समर्थन किया है.महागठबंधन में शामिल राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता भी सड़क पर उतर आए हैं. राजधानी पटना में जगह-जगह आवागमन बाधित कर दिया गया. इस कारण से ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. बंद समर्थकों ने अशोक राजपथ, साइंस कालेज के पास जाम कर दिया. डाकबंगला चौराहे पर राजद, भाकपा माले, कांग्रेस व जाप समर्थक प्रदर्शन कर रहे हैं. आपात स्थिति से निपटने के लिए पुलिस बल की तैनाती की गई है. बिहार में छात्रों के द्वारा शुरू हुआ यह छात्र आंदोलन अब धीरे-धीरे राजनीतिक रूप लेता जा रहा है.