पटना/कमला कान्त पांडेय
बिहार सरकार ने 2 जिलों के एसपी को हटाने के बाद 5 एसपी को नए जगह पर पदस्थापित किया है. पटना ग्रामीण एसपी कांतेश कुमार मिश्रा को औरंगाबाद का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है.
वहीं पटना मध्य के एसपी विनय तिवारी को भोजपुर का एसपी बनाया गया है. पटना लॉ एंड ऑर्डर के एएसपी स्वर्ण प्रभात को भागलपुर का सिटी एसपी बनाया गया है. दानापुर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विनीत कुमार को पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के पद पर पदस्थापित किया गया है. बाढ़ के एसडीपीओ अंबरीश राहुल को पटना सिटी एसपी मध्य के पद पर पदस्थापित किया गया है.
बिहार सरकार ने आज 2 जिलों के एसपी को हटा दिया. भोजपुर के एसपी राकेश कुमार दुबे और औरंगाबाद एसपी सुधीर कुमार पोरिका को पुलिस मुख्यालय में योगदान का आदेश जारी किया गया है. शाम में इन दोनों जिलों के अलावे पांच जगहों पर नये एसपी की तैनाती की अधिसूचना जारी कर दी गई है. भोजपुर एसपी व औरंगाबाद एसपी के स्थानांतरण के बाद तत्काल प्रभार की आंतरिक व्यवस्था के लिए डीजीपी को प्राधिकृत किया गया है.
वहीं एक एसडीओ व 2 जिला परिवहन पदाधिकारियों को हटाया दिया है. सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है. बताया जा रहा है कि बालू के अवैध खनन-परिवहन में विभागीय मिलीभगत के आरोप में इन तीनों अधिकारियों को हटाया गया है .डेहरी अनुमंडल के एसडीओ सुनील कुमार सिंह को पद से हटाते हुए सामान्य प्रशासन विभाग में वेटिंग फॉर पोस्टिंग किया गया है. वहीं औरंगाबाद के जिला परिवहन पदाधिकारी अनिल कुमार सिन्हा को भी पद से हटाया गया है और सामान्य प्रशासन विभाग में योगदान देने को कहा गया है. जबकि पटना के डीटीओ पुरुषोत्तम को भी हटा दिया गया है. उन्हें भी सामान्य प्रशासन विभाग में योगदान देने का आदेश दिया गया है.
इसके पहले बिहार पुलिस मुख्यालय ने अवैध खनन माफियाओं को संरक्षण देने वाले पटना जिले के तीन थानेदारों समेत दो दर्जन दारोगा-इंस्पेक्टर को स्थानांतरित किया गया था. तब से ही यह चर्चा थी कि अब दूसरे विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई होगी. बता दें, बिहार के पांच जिलों में अवैध बालू खनन की शिकायत मिलने पर डीजीपी ने आर्थिक अपराध इकाई से जांच कराई थी. जांच में थानेदार से लेकर एसडीओ व अन्य अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई थी. रिपोर्ट के बाद सरकार ने अब कार्रवाई शुरू की है.