सेराज अनवर

PATNA:आज देश के जो हालात हैं,उसमें अमन की सख़्त ज़रूरत है.जब मुल्क के नामचीन इदारे और रहनुमा दरबे में बंद हैं तो बिहार की सियासत में अपनी कार्यशैली से असर छोड़ने वाला एक ऊर्जावान मुस्लिम नेता कमर कस कर समाज में इत्तेहाद और भाईचारा क़ायम करने के लिए यात्रा पर निकल पड़ा है.उस रहनुमा का नाम डॉ.ख़ालिद अनवर है.जदयू के तेज़तर्रार एमएलसी हैं.1 अगस्त को महात्मा गांधी की कर्मभूमि चम्पारण के बेतिया से ख़ालिद अनवर के नेतृत्व में निकला कारवां मुज़फ़्फ़रपुर पहुंच चुका है.8अगस्त को विराम है.9 अगस्त को वैशाली और चार दिनों के रेस्ट के बाद 14 अगस्त को गोपालगंज में प्रथम चरण का समापन होगा.16 अगस्त को किशनगंज से दूसरे चरण का आग़ाज़ होगा.

ज़मीनी नेताओं में ख़ालिद अनवर का शुमार

बिहार की मौजूदा सियासत में ख़ालिद अनवर की गिनती ज़मीन पर काम करने वाले नेताओं में होती है.15 अप्रैल 2018 को गांधी मैदान एतिहासिक रैली आयोजित कर ख़ालिद अनवर ने अपने राजनैतिक कौशल का परिचय दिया था.जहां हज़ार-पांच सौ भीड़ जुटाने में नेताओं का पसीना छूट जाता है वहीं ख़ालिद अनवर के लिए यह मिनटों का काम है.इनका अपना जनाधार है,समर्थकों का एक बड़ा वर्ग है.जिसके बल पर यात्रा का आयोजन वह करते रहते हैं.इससे पूर्व फिक्र व अमल के नाम से बिहार का दौरा किया था.ख़ालिद अनवर के राजनैतिक कौशल से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी भलीभाँति अवगत हैं.

कारवान ए इत्तेहाद व भाईचारा में मंत्री भी शामिल?

मुख्यमंत्री ने कारवान ए इत्तेहाद व भाईचारा में अपने मंत्रियों को भी भाग लेने की हिदायत दी है.यात्रा में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ज़मा खान,भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी,ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार,एमएलसी प्रो.ग़ुलाम गौस ,पूर्व केन्द्रीय मंत्री अली अशरफ़ फ़ातमी सहित पार्टी के प्रदेश महासचिव मेजर इक़बाल हैदर खान,सचिव नरेन्द्र पटेल,सचिव अब्दुल बाक़ी,दानिश खान भी प्रथम चरण की यात्रा तक बेतिया,शिवहर,सीतामढ़ी,दरभंगा,मधुबनी,मुज़फ़्फ़रपुर में शामिल रहे.ख़ालिद अनवर की कयादत में बड़े नेताओं से सजा कारवां आगे बढ़ रहा है और बिहार में हिन्दू-मुस्लिम इत्तेहाद की जड़े मज़बूत होती जा रही हैं.

क्या कहते हैं ख़ालिद अनवर?

ख़ालिद अनवर घूम-घूम कर समझा रहे हैं कि आपसी भाईचारा कैसे बनाया जाए,नफ़रत कैसे ख़त्म होगी?समाज में रहने वाले सभी भाइयों का ख़्याल कैसे रखा जाए? नीतीश कुमार के सपनों का भारत कैसे बनाया जाए, इस पर लोगों को ग़ौर करने पर जदयू एमएलसी ज़ोर देते हैं.वह बिहार सरकार के मंत्रियों की मौजूदगी में शपथ भी दिलाते चल रहे हैं.हम गांधी की कर्मभूमि सुगौली पूर्वी चम्पारण से यह संकल्प लेते हैं कि समाज में भाईचारा रखेंगे,नफ़रत को ख़त्म करेंगे और नीतीश कुमार के सपनों का हिन्दुस्तान बनायेंगे.इस कार्यक्रम में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ज़मा खान,भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी भी मौजूद थे.

पूरा बिहार हो जायेगा नीतीशमय

मालूम हो कि जदयू के एमएलसी ख़ालिद अनवर के नेतृत्व में चालीस दिनों तक बिहार के तीन चरण में 26 ज़िलों से यह यात्रा जब गुज़रेगी तो पूरा बिहार नीतीशमय हो जायेगा.इस यात्रा का मक़सद भी यही है.कारवां का थीम है अपनी तारीख़ को बचाएं,नीतीश कुमार के साथ आयें.जैसे-जैसे कारवां आगे बढ़ रहा है लोग कारवां और नीतीश की विचारधारा से जुड़ते जा रहे हैं.यह कारवां ऐसे वक़्त में निकाला गया है जब मणिपुर और नूंह को लेकर देश में माहौल अच्छा नहीं है.ख़ालिद अनवर की पहल और सरकार के समर्थन से निकला इस कारवां का दूर तक असर जायेगा और निश्चित तौर पर लोकसभा चुनाव को असरअंदाज़ करेगा

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