सेराज अनवर

GAYA:यह मामूली सड़क नहीं है.तीन वार्ड को जोड़ती है और बदक़िस्मती से तीनों वार्ड के मतदाता इस नरक को भुगतने पर विवश है.पांच हज़ार की आबादी इससे प्रभावित है.अभी चुनाव का मौसम है.20 अक्टूबर को गया नगर निगम चुनाव में मेयर-डिप्टी मेयर के साथ वार्ड पार्षद के लिए भी वोट पड़ेंगे.मगर हैरत इस बात को लेकर है कि यह बदतर सड़क चुनाव का मुद्दा नहीं है.

34,35,33,36 वार्ड को जोड़ती है यह सड़क

यह सड़क गेवाल बिगहा मुहल्ला की है.मुन्नी मस्जिद के पास से सीधे पैन पर जाती है.मुख्य रूप से वार्ड 34 और 35 के मतदाताओं को जोड़ती है लेकिन इसका सम्पर्क 33 और 36 वार्ड से भी है.पैन से आगे 33 नम्बर वार्ड है और मुन्नी मस्जिद से सटे 36 नम्बर वार्ड है.यह गेवाल बिगहा की ग्रांडकोर्ड सड़क है,जीटी रोड भी कह सकते हैं.जो एक बड़ी आबादी को जोड़ती है.चार वार्ड का भार झेलने वाली सड़क की हालत आप देख रहे हैं.चुनाव आता है चला जाता है मगर इस सड़क की क़िस्मत नहीं बदलती.एक दशक से इसकी स्तिथि नारकीय बनी हुई है.वोट के सौदागरों को भी इसकी कभी चिंता नहीं सताती.उसे बस फ़िक्र इस बात की होती है कि कैसे बरगला कर अपनी पसंद के प्रत्याशी की झोली में वोट डलवा दें.

बिना शर्त, बिना मुद्दा के वोट

यहां के मतदाता भी बिना शर्त, बिना मुद्दा के वोट करते रहे हैं.इस बार भी यह सड़क चुनावी मुद्दा नहीं बन सका है.यह इलाक़ा अल्पसंख्यकों का है.मुन्नी मस्जिद या बिचली मस्जिद नमाज़ पढ़ने जाने वाले नमाज़ियों की काफ़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है.वार्ड नम्बर 34 के वार्ड काउंसिलर राकेश है.मुसलमानों ने भी वोट देकर उसे जिताया मगर इस सड़क की हालत नहीं बदली.वार्ड 35 से मंजर की मां वार्ड काउंसिलर थीं.बीच में उनका निधन हो गया.उन्होंने भी इस सड़क पर ध्यान नहीं दिया.अभी इस वार्ड से एक दर्जन प्रत्याशी मैदान में हैं मगर किसी के एजेंडा में या सड़क नहीं है.देखना शेष है कि इस बार इस मुख्य सड़क की क़िस्मत बदलती है या नहीं?

2 thoughts on “गया:चार वार्डों को जोड़ने वाली गेवाल बिगहा की इस मुख्य सड़क की स्तिथि नारकीय मगर चुनावी एजेंडा में शामिल नहीं!”

Leave a Reply

Your email address will not be published.