गया/शमशेर आलम

गया-अरवल,जहानाबाद स्थानीय प्राधिकार के तहत विधान परिषद चुनाव में राजग समर्थित जदयू प्रत्याशी मनोरमा देवी के नामांकन में जो जलवा दिखा,उसके आगे राजद प्रत्याशी रिंकु यादव का समारोह फीका पड़ गया.सोमवार को नामांकन के बहाने दोनों प्रत्याशियों का शक्ति परीक्षण था मगर चर्चा में मनोरमा देवी ही हैं.उनके नामांकन समारोह में बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी तक शामिल हुए.

गांधी मैदान में आयोजित सभा में एनडीए समर्थक और बिन्दी यादव घराने के शुभचिंतक भारी संख्या में जुटे.प्रथम राउंड में ही मनोरमा देवी राजद प्रत्याशी पर भारी पड़ती दिख रही हैं.चुनाव प्रचार जैसे-जैसे ज़ोर पकड़ेगा मुक़ाबला दिलचस्प होता जायेगा.मनोरमा गया जिला परिषद के दिवंगत अध्यक्ष बिंदेश्वरी प्रसाद उर्फ बिन्दी यादव की पत्नी हैं.नामांकन में जिस तरह का मैनेजमेंट देखा गया,उससे अहसास ही नहीं हुआ कि बिन्दी यादव मौजूद नहीं हैं.

मनोरमा अपने पति बिन्दी यादव की बनायी सियासी ज़मीन पर ही विधान परिषद में तीसरी पारी खेलने को तैयार हैं.भाभी की जीत पक्की करने में गया जिला परिषद के उपाध्यक्ष शीतल प्रसाद यादव भी अपने राजनीतिक कौशल का परिचय दे रहे हैं.अपने कुशल व्यवहार से त्री स्तरीय पंचायती राज के जनप्रतिनिधियों को साधने में लगे हैं.मनोरमा देवी ने भी बिन्दी यादव की राजनीतिक विरासत को पूर्ण रूप से सम्भाल लिया है.प्रदेश के टॉप नेताओं का जुटान इस बात को सिद्ध करता है.पाटलिपुत्र से भाजपा सांसद रामकृपाल यादव,जहानाबाद के सांसद चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, गया के सांसद विजय कुमार, स्वास्थ मंत्री मंगल पांडेय, लघु सिंचाई मंत्री संतोष कुमार,पूर्व मंत्री डॉक्टर प्रेम कुमार,जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा,एमएलसी ग़ुलाम रसूल बलयावी आदि एनडीए नेताओं की जमघट इस बात का गवाह है.

उधर गया कॉलेज खेल परिसर में रिंकु यादव के नामांकन समारोह में राजद विधायक सुरेंद्र प्रसाद यादव ही आकर्षण के केंद्र रहे .राजद प्रत्याशी की पहचान सुरेंद्र प्रसाद यादव के दामाद के भाई के रूप मे है जबकि मनोरमा ने अपनी राजनीतिक पहचान बना ली है.गया से पटना तक जदयू और अन्य दलों के नेता-कार्यकर्ता सम्मान की निगाह से देखते हैं.

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