पटना/मंथन डेस्क
कृषि क़ानूनों की वापसी पर निरंतर प्रतिक्रिया व्यक्त की जा रही है.पूर्व विधायक डॉ.इज़हार अहमद ने तीनों कृषि क़ानूनों की वापसी का स्वागत करते हुए कहा है कि यह नरेंद्र मोदी सरकार के अहंकार की हार है और महान किसानों की जीत है.पहले से कहा जा रहा था कि यह देश और किसानों के हित में नहीं है.मगर केंद्र सरकार अपने घमंड और ज़िद में इसे लागु करना चाहती थी.मगर किसानों के संघर्ष और बेमिसाल हौसला के आगे सरकार को झुकना ही नहीं पड़ना बल्कि घुटनों पर आ गयी है सरकार.
इज़हार अहमद का कहना है कि शहीद किसानों के नाम पर किसान योजना बनायी जाये.यही सरकार का प्रायश्चित होगा.एक साल से अधिक आंदोलन में किसानों का जो नुक़सान हुआ है,उसकी भरपाई की जाये.किसानों के नुक़सान से पूरे देश का भारी नुक़सान हुआ है.देश में महंगाई बढ़ी,ग़रीबों का खून चूसा गया,इस किसान आंदोलन के दौरान.किसानों के साथ पूरे देश से प्रधानमंत्री को माफी मांगनी चाहिये