बेगूसराय/कौनैन

बेगूसराय जिला विधिक सेवा प्राधिकार के द्वारा व्यवहार न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत आयोजित की गई। जिसका उद्घाटन जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह जिला एवं सत्र न्यायाधीश मोहम्मद शमीम अख्तर ने किया। राष्ट्रीय लोक अदालत के संचालन के लिए कुल 14 बेंचों का गठन किया गया। जिसमें बखरी, मंझौल और तेघडा अनुमंडल न्यायालय में एक- एक पीठ बनाई गई थी। न्यायिक पदाधिकारी राजकिशोर राय, अरुण कुमार, हबीबुल्लाह, ठाकुर अमन कुमार, बृजनाथ संदीप चैतन्य, रघुवीर प्रसाद, अफजल आलम राजीव कुमार नसीम नजर किरण चतुर्वेदी सतीश कुमार झा, अविनाश कुमार संतोष कुमार रामचंद्र प्रसाद और सितेश कुमार को पीठासीन पदाधिकारी बनाए गए थे। सभी पीठों को अच्छे तरीके से संचालित कराने की जिम्मेदारी सर्वर पदाधिकारी अरमान फैजी, धर्मशील कुमार नाजिर मनोहर प्रसाद एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकार के वरीय सहायक कर्मी उदय कुमार को दी गई थी। प्राधिकार के सचिव धीरेंद्र कुमार पांडेय ने सभी पीठों में व्यवस्था का जायजा लेते रहे। राष्ट्रीय लोक अदालत से कुल 1435 मामले का निष्पादन किया गया।

अलग अलग मामले में बकायेदारों से लगभग 7 करोड़ रुपए का समझौता किया गया। बिहार ग्रामीण बैंक के सर्वाधिक 347 लोन से संबंधित मामले निष्पादित किया गया तथा बकायेदारों से सर्वाधिक लगभग 2 करोड़ 30 लाख रुपए वसूले गए ।जबकि भारतीय स्टेट बैंक के 185 मामले निष्पादित किए गए और बकायेदारों से एक करोड़ 83 लाख पर समझौता हुआ। समझौता योग्य अपराधिक मामले में लगभग 157 मामले निष्पादन किया गया। दुर्घटना बीमा दावा मामले में 6 मामले निष्पादित किए गए और इंश्योरेंस सबंधित मामले में दावा कार्यकर्ताओं को लगभग 73 लाख रूपये का भुगतान अलग अलग बीमा कंपनी द्वारा किया गया। परिवार न्यायालय में भरण पोषण से संबंधित कुल 6 मामले का निष्पादन किया गया। मंझौल अनुमंडल न्यायालय में 11 मामले निष्पादित किए गए जबकि बखरी अनुमंडल न्यायालय में 10 मामले निष्पादित किए गए और तेघरा अनुमंडल न्यायालय में 22 मामले निष्पादित किए गए। इस बार राष्ट्रीय लोक अदालत में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। और सभी पीठों में लोग अपने अपने मामले को निष्पादित करते हुए दिखे। इस बार बिजली संबंधी कुल 130 मामले निष्पादित किए गए और बकायेदारों से लगभग 4 लाख रूपये की वसूली की गई।

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