• कॉमरेड बुटन राम की शहादत दिवस पर ग्राम बरुणा पहुंचे अगिआंव विधायक कॉमरेड मंज़िल
  • शहीद बुटन के क्रांति के सपने की कभी मुरझाने नहीं देंगे
  • ग़रीबों शोषितों की लड़ाई को आगे बढ़ायेंगे

आरा/मनीष

बहुआरा की ऐतिहासिक लड़ाई के नायक शहीद कमांडर कॉमरेड बुटन राम का शहादत दिवस ग्राम बरुणा में मनाया गया.अगिआंव के माले विधायक कॉमरेड मनोज मंज़िल ने कमांडर बुटन राम की शहादत दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कॉमरेड बूटन कहते थे कि फौलाद टूट जाता है,लेकिन झुकता नहीं है,हर लड़ाई के बाद आगे बढ़ने के लिए वर्ग चेतना के मान को उन्नत करना होगा.कामरेड बूटन एक उदाहरण बोला करते थे कि …‘दृढ़ संकल्प, कठोर संघर्ष और जान देने से जो पीछे हटता है वह कायर है,हजारों शहीदों की भूमि भारत की जनता कायर नहीं है,तमाम कमजोर विचारों को त्याग दे, हर दिन और हर क्षण को सख्त हाथों से कसकर पकड़ें,अपनी सारी ताकत लेकर आज ही और अभी ही आधार इलाके बनाने के काम में कूद पड़ें. हमले में दृढ़ रहें, संघर्ष में विजय के दिन नजदीक हैं.

शहीद कमांडर बुटन राम के विचारों एवं पदचिन्हों पर चल कर हम बड़ी से बड़ी लड़ाई जीत सकते हैं.मालूम हो कि कॉमरेड बूटन का जन्म भोजपुर जिले के सहार थाने के बरुणा गांव में एक भूमिहीन किसान परिवार में हुआ था.कॉमरेड बुटन चाहते तो उस दौर में अच्छी नौकरी कर सकते थे.लेकिन वे शोषित पीड़ित जनता की आवाज बने .

उन्होंने कहा कि शहीद कमांडर बुटन राम के विचारों एवं पदचिन्हों पर चल कर हम बड़ी से बड़ी लड़ाई जीत सकते हैं.मालूम हो कि कॉमरेड बूटन का जन्म भोजपुर जिले के सहार थाने के बरुणा गांव में एक भूमिहीन किसान परिवार में हुआ था.कॉमरेड बुटन चाहते तो उस दौर में अच्छी नौकरी कर सकते थे.लेकिन वे शोषित पीड़ित जनता की आवाज बने .कामरेड बूटन ने भोजपुर में आधार इलाके का निर्माण करने की पूरी जिम्मेवारी अपने कंधे पर उठाकर पार्टी, फौज व क्रांतिकारी सरकार का निर्माण करने की लगातार कोशिश जारी रखी और एक स्तर की सफलता भी हासिल की, कोई भी असफलता या पराजय उनके क्रांतिकारी मनोबल को तोड़ नहीं सकी,उन्होंने गंभीरता के साथ पार्टी लाइन का अध्ययन किया, वे अत्यंत जटिल परिस्थिति में लगातार अपने अनुभवों का निचोड़ निकालकर आगे बढ़ते रहे.

एक तरफ कोरोना महामारी का संकट है तो दूसरी तरफ रोटी का संकट है,काम धंधा नहीं मिल रहा है,रोटी के लाले पड़े हैं,महंगाई अपने चरम पर है,गैस के दाम एक बार फिर 25 रुपये बढ़ा दिए गये,एक साल के अंदर गैस के दाम 312 रुपये तक बढ़े,नीतीश कुमार गरीबों की बात करते हैं,गरीबों का नाम लेते हैं,नाम गरीबों का वोट गरीबों का लेकिन सरकार गरीबों के लिए कुछ नहीं कर रही,ये डबल इंजन की सरकार नहीं बल्कि गरीबों पर डबल बुल्डोजर की सरकार चल रही है.

अपनी बात आगे रखते हुए विधायक ने कहा कि इस कोरोना महामारी में असप्तालों की कुव्यवस्था ने अनेकों लोगों की जान ले ली, ये नीतीश-भाजपा सरकार अमानवीय हो चुकी है.इन लोगों के जान-जीवन की कोई परवाह नहीं है.एक तरफ कोरोना महामारी का संकट है तो दूसरी तरफ रोटी का संकट है,काम धंधा नहीं मिल रहा है,रोटी के लाले पड़े हैं,महंगाई अपने चरम पर है,गैस के दाम एक बार फिर 25 रुपये बढ़ा दिए गये,एक साल के अंदर गैस के दाम 312 रुपये तक बढ़े,नीतीश कुमार गरीबों की बात करते हैं,गरीबों का नाम लेते हैं,नाम गरीबों का वोट गरीबों का लेकिन सरकार गरीबों के लिए कुछ नहीं कर रही,ये डबल इंजन की सरकार नहीं बल्कि गरीबों पर डबल बुल्डोजर की सरकार चल रही है .उपस्थित लोगों में भाकपा-माले प्रखंड सचिव रघुवर पासवान,पंचायत समिति सदस्य विष्णु मोहन, माले नेता भोला यादव, भूषण यादव, जितेंद्र पासवान,शहीद कमांडर बुटन राम का पुत्र हीरा लाल राम,सखिचन्द राम, नवीन कुमार, सुरेश राम,बादल पासवान, चंदेवर मास्टर, बिरेन्द्र पासवान, हरे कृष्णा पंडित और इनौस नेता गोलू कुमार मौजूद रहे .

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