मंथन डेस्क

PATNA:पूर्व मंत्री रमई राम के निधन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कई नेताओं ने संवेदना व्यक्त की है.पूर्व विधायक डॉ.इज़हार अहमद ने कहा है है कि रमई राम के आज नहीं रहने से दलित राजनीति को अपूरणीय क्षति हुई है

मुख्यमंत्री ने गहरी शोक-संवेदना व्यक्त करने के साथ पूर्व मंत्री का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करने का एलान किया है.मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा है कि रमई राम राज्य सरकार के अलग-अलग विभागों में लंबे समय तक मंत्री रहे.उन्होंने मेरे साथ मेरे मंत्रिमंडल सहयोगी के रूप में मंत्री पद की जिम्मेदारी का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया था.अपने क्षेत्र में काफी लोकप्रिय थे.वे एक कुशल राजनेता एवं समाजसेवी थे.सामाजिक कार्यों में भी उनकी गहरी अभिरूचि थी .दलित एवं वंचितों के उत्थान के लिये वे लगातार सक्रिय थे.वे मिलनसार व्यक्ति थे.उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है.

राजद के प्रवक्ता शिवानंद तिवारी कहते हैं कि रमई राम जी का जाना अत्यंत दुखद है. राजनीति में उन्होंने एक लंबी और यादगार पाली खेली. किस प्रकार नगर पालिका के चुनाव से अपनी राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाले रमई बाबू ने अपना एक बड़ा मुक़ाम बनाया इसको वे कभी-कभी सुनाया करते थे. उनके जीवन की कहानी वंचित समाज के लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी.

पूर्व विधायक डॉ.इज़हार अहमद ने शोक जताते हुए कहा है कि रमई जी से हमारे पारिवारिक रिश्ते थे.उनके निधन से मुझे व्यक्तिगत तौर पर दुःख पहुंचा है.नब्बे के दशक में रमई राम जी जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष और बोमई साहब राष्ट्रीय अध्यक्ष थे तो रमई राम ने मुझे प्रदेश कमेटी में सबसे कम उम्र का सचिव बनाया था,बाद में महासचिव भी.वह दलित समाज के बड़े नेता थे.बिहार के प्रखंड स्तर तक उनकी लोकप्रियता थी.मिलनसार इंसान थे.मेरे करबिगहिया पटना वाले घर पर उनका आनाजाना था.दरभंगा स्थित मेरे गांव के घर भी वह आये थे.उनके निधन से मैं मर्माहत हूं.रमई राम के आज नहीं रहने से बिहार की दलित राजनीति को ख़ास कर अपूरणीय क्षति हुई है.

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