मंथन डेस्क
PATNA:सोमवार को मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित मुसलमानों की मीटिंग में सांसद असद उद्दीन ओवैसी को भाजपा का बी टीम बता उससे मुसलमानों को बचने की बात करना नीतीश कुमार के लिए गले की हड्डी बन गयी है.अब एआइएमआइएम के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अख़्तरुल ईमान ने मुख्यमंत्री पर पलटवार क्या है.उन्होंने कहा है कि किसने भाजपा को खाद्द पानी दिया,यह बिहार की जनता भली-भांति जानती है.17 साल तक आरएसएस की गोद में कौन खेल रहा था?किसने बिहार में संघ परिवार को जड़ जमाने का मौक़ा दिया?और फिर कब भाजपा से नीतीश जी गलबहियां करने लगेगें कौन जानता है?
समय मंथन से अख़्तरुल ईमान ने कहा कि हम बी टीम हैं?गोधरा कांड के वक़्त नीतीश कुमार रेल मंत्री थे,भाजपा के दबाव में उसकी जांच नहीं करायी.बाबरी मस्जिद गिरने पर नीतीश कुमार का एक लफ़्ज़ नहीं बोले थे.सीएए का आंखमुंद कर समर्थन करने वाले नीतीश कुमार किस मुंह से असद उद्दीन ओवैसी साहब को भाजपा की बी टीम बोलते हैं?बैरिस्टर ओवैसी ने सड़क से संसद तक सेक्युलर नज़रिया की तरजमानी की है.यदि धर्मनिरपेक्षता,संविधान,लोकतांत्रिक मूल्यों,दलित-मुस्लिम अधिकारों के साथ खड़ा होना बी टीम है तो हां हम बी टीम हैं.
उन्होंने कहा कि गोपालगंज और कुढ़नी में मिली करारी हार से महागठबंधन बौखला गया है.उन्हें अभी और पराजय का सामना करना पड़ेगा.मुसलमान सिर्फ वोट देने के लिए नहीं हैं.नीतीश कुमार यदि मुसलमानों के सच्चे हमदर्द हैं तो मुस्लिम वोट के बिखराव की जगह मुस्लिम मसलों पर बात क्यों नहीं करते?राज्य में उर्दू ख़स्ता हालत में है,उर्दू शिक्षकों की बहाली नहीं हो रही.मदरसा बोर्ड की स्थिति दयनीय है.मौलवियों को वेतन नहीं मिल रहा.किशनगंज स्थित एएमयू शाख़ के लिए नीतीश कुमार ने क्या किया?सीमांचाल की बदहाली पर मुख्यमंत्री को दर्द क्यों नहीं होता?नीतीश कुमार से एक गुज़ारिश है मुस्लिम समस्याओं को हल कर दें,अख़्तरुल ईमान की जरूरत नहीं पड़ेगी.