मंथन डेस्क

PATNA:अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ज़मा खान ने दो दिनों में मसला का हल निकालने का स्थानीय लोगों के साथ बैठक में जो वादा किया था,उसे पूरा कर दिखाया.बिहार राज्य सुन्नी वक़्फ बोर्ड के चेयरमैन मोहम्मद इरशादुल्लाह की मौजूदगी में बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने मध्यस्था की.हज भवन में स्थित अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री के चेम्बर में आयोजित बैठक में पांच सदस्यीय प्रतिनिधमंडल बारी आज़मी ,आफ़ाक अहमद खान,अक़िल अहमद खान,मुमताज़ अहमद,इंतेख़ाब आलम मौजूद थे.

आमिर सुबहानी ने सबकी राय जानने के बाद बीच का रास्ता निकाला.दो हॉल का रेंट 76हज़ार 500 कर दिया गया.पहले यह 1 लाख 2 हज़ार रुपया था.प्रतिनिधिमंडल ने एक हॉल का किराया 31 हज़ार रखने का प्रस्ताव दिया था.यानी दो हॉल का रेंट 62 हज़ार.आमिर सुबहानी ने बीच का रास्ता निकाला और एक हॉल का रेंट 51 हज़ार रखा और एक ऑफ़र रेट भी दिया यदि कोई दो हॉल लेना चाहता है तो दूसरे हॉल फिफटी परसेंट लेस कर दो हॉल का रेंट 76हज़ार 500 रुपया लगेगा. जिस पर मोहम्मद इरशादुल्लाह भी सहमत हो गए और प्रतिनिधिमंडल ने भी सहमति दे दी.अब बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव लाकर इस पर मुहर लगा दी जायेगी.

मालूम हो कि बोर्ड पहले भी एक बार किराया में संशोधन कर चुका है.दूसरी बार बोर्ड को अपना ही फैसला पलटना पड़ रहा है.अंजुमन का किराया पहले बोर्ड ने 2लाख 80हज़ार रुपया रखा था.एक हॉल का किराया 70 हज़ार था.विरोध होने के बाद किराया घटा कर 2 लाख 4 हज़ार कर दिया गया.एक हॉल का किराया अभी 51हज़ार रुपया है.अंजुमन में चार हॉल हैं.बारी आज़मी ने प्रस्ताव रखा था कि अंजुमन क़ायदे का बन चुका है तो दुगना नहीं तीन गुणा बढ़ा कर तीस हज़ार कर दिया जाये,31हज़ार कर दीजिए.दो हॉल का किराया 62 हज़ार भी चलेगा.पुराना अंजुमन का किराया 10 हज़ार रुपया था.लेकिन इतना न रखा जाये कि नए अंजुमन में ग़रीब आवाम के लिए शादी करना हसरत रह जाये.अंजुमन को वक़्फ करने वालों की मंशा इलाक़े की आर्थिक स्तिथि के मद्देनज़र ग़रीब आवाम को मद्द पहुंचाना था.

आमिर सुबहानी ने यह भी कहा कि जब अंजुमन के सभी तल्ला किराया पर लग जायेगा.आमदनी बढ़ जायेगी तो हॉल के रेंट पर पुनः विचार कर और कुछ किराया घटाया जा सकता है.यह बैठक लगभग एक घंटा तक चली.अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ज़मा खान ने किराया कम करने में महती भूमिका निभायी.कई महीनों से वह इस काम में जुटे थे.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक से बात की थी.सब्ज़ीबाग़ के लोगों को ज़मा खान पर भरोसा था उन्होंने भरोसा नहीं तोड़ा.गुरुवार को उन्होंने दावे के साथ कहा था कि दो दिनों में मसला का हल निकल आयेगा.इसके समाधान में बारी आज़मी आफ़ाक अहमद खान,अकील अहमद खान,मुमताज़ अहमद का योगदान भी सराहनीय है.अगुआई आफ़ाक अहमद खान कर रहे थे.

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