शम्स अहमद
KISHANGANJ:केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो दिवसीय सीमांचल दौरे पर पूर्णिया पहुंच चुके हैं. भाजपा से जदयू का नाता तोड़ महागठबंधन सरकार बनने के बाद अमित शाह का यह पहला बिहार दौरा है.भाजपा ने इस दौरा को लेकर पूरी ताक़त झोंक रखी है.केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, पूर्व मंत्री गोपाल पांडेय, रविशंकर प्रसाद, राधामोहन सिंह, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ,रेणु देवी, नंदकिशोर यादव, प्रेम कुमार, गोपाल नारायण सिंह, नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा सहित कई सांसद, विधायक व नेता मंच पर पर मौजूद हैं.पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में पार्टी द्वारा आयोजित रैली को लेकर कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह है.सत्ता से हटने के बाद बिहार में बीजेपी की यह पहली बड़ी रैली है.अमित शाह मुस्लिम बाहुल्य सीमांचल से लोकसभा चुनाव 2022 के प्रचार का शंखनाद कर रहे हैं.
सीमांचाल है महागठबंधन का मजबूत क़िला
2019 के लोकसभा चुनाव में किशनगंज को छोड़कर पूरे सीमांचल में राजग को बड़ी जीत मिली थी, लेकिन इस बार भाजपा अकेले दम पर सीमांचल के मुस्लिम बहुल किशनगंज के अलावा पूर्णिया, कटिहार, अररिया में भी अपनी ताकत साबित करना चाहती है. जदयू से गठबंधन के कारण सीट बंटवारे की समस्या की वजह से भाजपा के कई नेता जो अलग-अलग समय पर पार्टी छोड़ कर जा चुके हैं, उन्हें भी इस यात्रा के दौरान फिर से भाजपा के साथ जोड़ने की कोशिश की जाएगी.2024 के शंखनाद की शुरुआत करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के उस सीमांचल इलाके को चुना है जिसे अल्पसंख्यक बहुल होने के कारण महागठबंधन का मजबूत इलाका माना जाता है.बीजेपी के प्रमुख रणनीतिकार समझे जाने वाले पार्टी के पूर्व अध्यक्ष शाह सीमांचल क्षेत्र में दो दिन बिताएंगे.
गृह मंत्री किशनगंज में ही बिताएंगे रात
पूर्णिया में जनसभा को सम्बोधित करने के बाद शाह हेलिकॉप्टर से किशनगंज रवाना हो जाएंगे.किशनगंज के माता गुजरी देवी कॉलेज में शाम 4 बजे बिहार भाजपा के सांसदों,विधायकों और पूर्व मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे.वहीं वे 5 बजे भाजपा प्रदेश कोर समिति की भी मीटिंग लेंगे.गृह मंत्री रात में किशनगंज में ही बिताएंगे.भाजपा का दावा है कि इस कार्यक्रम के जरिए अमित शाह सीमांचल के साथ-साथ पूरे बिहार, पश्चिम बंगाल को भी साधेंगे.