मंथन डेस्क

PATNA:बिहार के आज़मीन अब मक्का में हज की तैयारियों में जुट गये हैं.वहां उनके ठहरने का बेहतर इंतज़ाम किया गया है.इस बार बिहार के आज़मीन कोलकाता से रवाना हुए.उनको खैर खूबी से विदा करने के लिए बिहार हज कमिटी के चेयरमैन अब्दुल हक़ लगातार कोलकाता में जमा रहे.एक-एक आज़मीन को हज केलिए रवाना करने के बाद ही बिहार लौटे.उन्होंने आज़मीन की बेहतर सुविधा के लिए पूरा ख़्याल रखा.उनकी कोशिशों से कहीं से किसी तरह की शिकायत नहीं मिली.

बिहार के आज़मीन का अज़ीज़िया में निवास

आज़मीन के मक्का पहुंच जाने के बाद भी वह निरंतर सम्पर्क में बने हुए हैं.अब्दुल हक़ ने बताया की बिहार के आज़मीन मक्का ख़ैरियत के साथ पहुंच गये और उमरा करने के बाद अब हज की तैयारी में जुटे हैं.सभी आज़मीन 6 जुलाई को मीना के लिए रवाना होंगे और अरफ़ा 8 जुलाई को होगा. इस बार भी बिहार के तीर्थयात्रियों का निवास मक्का के अजीजिया इलाक़े में है.अजीजिया के 14 विभिन्न भवनों में आज़मीन का निवास है.उनके सहयोग,देखभाल के लिए खादिम-उल-हज्जाज सक्रीय भूमिका में हैं.

खादिम-उल-हज्जाज रख रहे ख़्याल

तीर्थयात्रियों के सामने आने वाली किसी भी समस्या के मामले में खादिम-उल-हज्जाज उनकी सहायता के लिए भवन में मौजूद हैं.उनकी सेवाओं में लगे हुए हैं.मिली जानकारी के अनुसार अभी तक किसी तीर्थयात्री को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा है. उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण बिहार में अधिकतर तीर्थयात्रियों को सर्दी-खांसी की समस्या का सामना करना पड़ता है. अज़ीज़िया में कुछ शाखा औषधालयों में डॉक्टरों की सेवाएं भी हैं और उन्हें चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाती हैं.

अब्दुल हक़ बख़ूबी निभा रहे फ़र्ज़

इस उद्देश्य के लिए खादिम-उल-हज्जाज उन्हें डॉक्टर के पास ले जाते हैं. उन्हें उनके निवास स्थान वापस ले जाने में उनका साथ देते हैं. इसके अलावा तीर्थयात्रियों को होने वाली अन्य समस्याओं जैसे राशि गुम हो जाना, बैगेज की गुम हो जाना , निवास के रास्ते भूल जाने के मामले में, खादिम-उल-हज्जाज उनकी मदद कर रहे हैं.बिहार से हज कमिटी के चेयरमैन अब्दुल हक़ भी निगरानी रख रहे हैं और सम्पर्क कर हालात से आगाह होते हैं.मालूम हो कि अब्दुल हक़ ने पिछले महीने ही हज कमिटी की ज़िम्मेदारी सम्भाली है और तुरंत हज यात्रा की एक बड़ी जवाबदही सामने आ गयी लेकिन अपने अनुभव से उन्होंने इस ज़िम्मेवारी का निर्वाह बखूबी कर रहे हैं.

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