मधुबनी/करीमुल्लाह

मधुबनी जिले के जयनगर निवासी 34 वर्षीय सुमित कुमार राउत ने आज 40वीं बार रक्तदान कर एक प्रेरणा स्त्रोत बन चुके हैं।शनिवार को दरभंगा के ब्लड बैंक में जाकर एक बुजुर्ग के लिए रक्तदान किया। उन्होंने बताया कि रक्तदान के लिए धन या ताकत की जरूरत नहीं होती है।रक्तदान महादान होता है।धीरे-धीरे लोग इसका महत्व समझने लगे हैं और रक्तदान के प्रति जागरूकता का माहौल भी देखने को मिल रहा है।फिर भी बहुत सारे जिनको अभी रक्तदान करने से डर लगता है,तो हमारा कर्तव्य है कि उन्हें जागरूक करें।यह भावना जन-जन तक पहुंचानी चाहिए कि रक्तदान महादान है।इससे लाखों लोगों की ज़िंदगी बच सकती है।सुमित कुमार राउत ने बताया कि रक्तदान को ले मां अन्नपूर्णा सेवा समिति के नाम समूह बनाया गया है,जिसमें किसी को भी रक्तदान की जरूरत होने पर सम्पर्क कर सकता है।उसे समूह के सदस्य जिस ग्रुप का रक्त की जरूरत होता है,उस ग्रुप का सदस्य रक्तदान करने के लिए स्वयं आगे आते हैं।अभी तक सैकड़ों लोगों को समूह के माध्यम से रक्तदान किया गया है।आगे भी समूह का यही उद्देश्य है कि अधिक से अधिक लोगों की जिदगी बचाया जाए।


इस मौके पर उन्होंने बताया कि हमारे द्वारा किया गया रक्तदान कई जिंदगियों को बचाता है।इस बात का अहसास हमें तब होता है,जब हमारा कोई अपना खून के लिए जिंदगी और मौत के बीच जूझता है। उस वक्त हम नींद से जागते हैं और उसे बचाने के लिए खून के इंतजाम की जद्दोजहद करते हैं।अनायास दुर्घटना या बीमारी का शिकार हममें से कोई भी हो सकता है।आज हम सभी शिक्षि‍त व सभ्य समाज के नागरिक हैं, जो केवल अपनी नहीं बल्कि दूसरों की भलाई के लिए भी सोचते हैं,तो क्यों नहीं हम रक्तदान के पुनीत कार्य में अपना सहयोग प्रदान करें और लोगों को जीवनदान दें।


बता दें कि इससे पहले वो कई बार रक्तदान शिविर भी आयोजित कर चुके हैं,साथ ही रक्तदान के क्षेत्र में इनका परिवार भी अछूता नहीं है।इनके परिवार के सदस्यों ने भी कई बार रक्तदान कर चुके हैं।आपको बता दें कि रोहित इससे पहले 39 बार रक्तदान कर लोगों की जान बचा चुके हैं।कोरोना काल में भी निर्भीक होकर दरभंगा, मधुबनी में जाकर इन्होंने रक्तदान किया है।

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