मंथन डेस्क
संसद सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर सोमवार को राहुल गांधी खूब बोले.इतना बोले कि संसद में हंगामा ही मच गया.राहुल के भाषण के दौरान खुद पीएम मोदी को दो बार अपनी सीट से उठकर जवाब देना पड़ा.लेकिन,राहुल गांधी अपने स्पीच का मुख्य हिस्सा यानी पंचलाइन मान रहे थे सुबह उठे तो वह भाषण से ग़ायब था. करीब 100 मिनट की स्पीच पर लोकसभा स्पीकर की कैंची चल गई है.राहुल गांधी के बयान पर ऐसा बवाल मचा कि अमित शाह से लेकर किरेन रिजिजू ने लोकसभा स्पीकर से शिकायत कर दी. इसके बाद ओम बिरला ने एक्शन लिया. उन्होंने राहुल गांधी के कुछ बयानों को संसदीय कार्यवाही से हटा दिया.
- हिंदुओं और हिंसा को लेकर किए गए राहुल गांधी के बयान को संसद की कार्यवाही से हटा दिया गया.
- जब मैं पीएम मोदी की ओर देखता हूं तो वो नहीं मुस्कुराते हैं, वाला राहुल बयान भी लोकसभा की कार्यवाही से हटा.
- अंबानी और अडानी को लेकर राहुल गांधी के बयान को भी हटाया गया.
- राहुल गांधी की टिप्पणी कि कोटा में पूरी परीक्षा सेंट्रलाइज्ड है और अमीरों को फायदा पहुंचाने के लिए है, हटा दी गई.
- अल्पसंख्यकों के साथ भाजपा द्वारा अनुचित व्यवहार किए जाने संबंधी राहुल गांधी के भाषण को हटा दिया गया.
- राहुल गांधी का बयान कि अग्निवीर सेना की नहीं, बल्कि पीएमओ की योजना है, को संसद की कार्यवाही से हटा दिया गया.
- भाजपा 24 घंटे नफरत और हिंसा फैलाती है… राहुल गांधी के इस बयान को भी हटा दिया गया.
लोकसभा सचिवालय की प्रेस और जनसंपर्क शाखा के संयुक्त निदेशक बैकुंठनाथ महापात्रा ने पत्र जारी कर इसकी सूचना दी.दरअसल, सोमवार को संसद सत्र के दौरान राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाये गए धन्यवाद प्रस्ताव पर विपक्ष की ओर से चर्चा की शुरुआत की. इस दौरान उन्होंने भाजपा पर देश में हिंसा, नफरत और डर फैलाने का आरोप लगाया था.